Mausam Shayari in Hindi :- दोस्तों मौसम हर साल में बहुत बार बदलता है हर मौसम में अलग ही बात होती है और मौसम के हर पल को हम सभी लोग बहुत ही उक्सुकता के साथ उसका आनंद लेते हैं तो आज हम आप सभी के लिए सभी मौसम पर लिखी हुई Best 200+ Mausam Shayari in Hindi, मौसम पर शायरी इन हिंदी आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं जिसको आप अपने मौसम में अपने अपने अंदाज से इस शायरी को महसूस कर सकते हैं ये शायरी आप अपने व्हाट्सप्प, फेसबुक पे स्टेटस, स्टोरी और सभी पे लगा सकते हैं और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते हैं।
mausam shayari
ये मौसम कितना प्यार है,
खूबसूरत कितना यह नजारा है,
इश्क़ करने का गुनाह हमारा है,
मेरे सीने में धड़कता दिल तुम्हारा है.
Ye mausam kitna pyara hai
khubsurat kitna yah najara hai
ishq krne ka gunah humara ha
mere seene me dhadakta dil
Tumhara hai..
mausam shayari in hindi
जब तुम यूँ मुस्कुराते हुए आते हो
तो संग मौसम बाहर का लाते हो.
Jab tum yun muskurate huye
aate ho to sang mausam
bahar ka laate ho.
mausam shayari hindi
मौसम का रुख बदल रहा है
मेरा मन मचल रहा है
कहता है मेहबूब से मिल ले
अब दिल नहीं संभल रहा है.
mausam ka rukh badal raha ha
mera man machal raha hai
kehta hau mehbub se mil le
ab dil nahi sambhal raha hai.
mausam shayari 2024
रुका हुआ है अज़ब धुप छाँव का मौसम,
गुज़र रहा है कोई दिल से बादलों की तरह.
Ruka hua ha ajab dhup chawn
ka mausam guzar raha hai koi
dil se badalon ki tarha.
mausam shayari hindi mein
मौसम का कुछ ऐसा खुमार है मन करता
चीख कर कह दू हमको तुमसे बहुत प्यार है.
mausam ka kuch easa khumar
hai man karta chikh ke keh dun
tumse bahut pyar hai..
mausam shayari in hindi 2024
कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था
तेरा ख़याल भी,दिल को ख़ुशी के
साथ साथ होता रहा मलाल भी।
Kuch to hawa bhi sard thi
kuch tha tera khyal bhi dil
ko khushi ke sath sath hota
raha malal bhi.
mausam ki shayari
महबूब के बिना हर मौसम उदास सा
लगता है,महबूब हो पास तो हर मौसम
ख़ास सा लगता है.
Mahbub ke bina har mausam
udas sa lagta ha, mahbub ho
pass to har mausam khas sa
lagta ha..
mausam par shayari
दिन छोटे और रातें लम्बी हो चली है
मौसम ने यादों का वक्त बढा दिया.
dil chote aur rate lambi ho
chali hai mausam ne yadon
ka waqt bada diya.
mausam ki shayari in hindi
मौसम का मिजाज समझ में नही आता है,
यह भी इंसानों की तरह बेवफा हो जाता है.
mausam ka mijaj samjh me
nahi aata hai yah bhi insaano
ki tarha bewafa ho jata ha.
mausam par shayari in hindi
प्यार करने का मौसम नहीं आता हैं,
पर जब तुम सामने आते हो, तो हर
मौसम मजेदार बन जाता हैं।
Pyaar Karane Ka Mausam Nahi
Aata Hai, Par Jab Tum Samane
Aate Ho To Har Mausam Awesome
Ban Jata Hai.
mausam ki shayari hindi mein
दिल खुश हो जाता था जिसके मुस्कुराने से,
ये मौसम बेरंग हो गया है उसके छोड़ जाने से.
Dil khush ho jata tha jiske
muskurane se ye mausam
berang ho gaya hai uske
chod jane se.
thande mausam ki shayari
बालकनी से बाहर आकर कर देखो
ये जानेजाना। मौसम तुम से मेरे दिल
की बात कहने आया है।
Balkani Se Bahar Aakar
Dekho-E-Haseena,Mausam
Tum Se Mere Dil Ki Baat
Kahane Aaya Hai.
barish mausam ki shayari
मौसम की मिसाल दूँ या नाम लूँ तुम्हारा
कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते हैं।
mausam ki misal dun ya naam
lun tumhara koi puch betha ha
badalna kisko kehte ha..
barsat mausam ki shayari
हँसाना नहीं बस रुलाना जनता है हाय
ये गर्मी का मौसम बस जलाना जानता है.
Hasana Nahi Bas Rulana
Janta Hai,Hye Ye Garmi Ka
Mausam Bas Jalana Janta Hai.
sardi mausam ki shayari
आ देख मेरी आँखों के, ये भीगे हुए मौसम,
ये किसने कह दिया कि तुम्हें भूल गये हम.
Aa dekh meri ankhon ke ye
bhige huye mausam ye kisne
keh diya ki tumhe bhul gaye hum.
barish ke mausam ki shayari
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना
लगे,मैं शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे.
Tumhare Shahar Ka Mausam
Bada Suhana Lage, Main Ek
Shaam Chura Lun Agar Bura
Na Lage.
barsat ke mausam ki shayari
कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में
चलते-चलते अपनी यादों को रोको मेरे
शहर में बारिश हो रही है.
kahin fisal na jaun tere khyalon
me chalte chalte apni yadon ko
roko mere shahar me barish ho
rhi hai.
shayari on mausam
ये हसीं मौसम, ये नज़ारे, ये बारिश, ये हवाएँ,
लगता है मोहब्बत ने फिर मेरा साथ दिया है.
ye hansi mausam ye najare
ye barish ye hawayen lagta ha
mohabbat ne fir mera sath diya h.
mosam shayari
मौसम की तरह इंसान नही बदलते है,
मौसम बदलने का पता चल जाता है,
मगर इंसान के बदलने का पता
बड़ी देर में चलता है.
mausam ki tarha insaan nahi
badalte ha mausam badalne ka
pata chal jata ha magar insaan
ke badalne ka pata badi der me
chalta hai..
shayari on mausam in hindi
नीचे गिरे पत्ते भी सुख जाया करते है
सर्दी के मौसम में जोड़े भी रूठ जाया
करते है.
niche gire patte bhi sukh
jaya karte ha sardi ke mausam
me jode bhi ruth jaya karte hai.
mausam shayari rekhta
बलखाने दे अपनी जुल्फों को हवाओं में
जूड़े बांधकर तू मौसम को परेशां न कर।
Balkhane de apni julfon ko
hawaon me jude bandhkar
tu mausam ko pareshan n kr.
mausam romantic shayari
टपक पड़ते हैँ आँसू जब किसी की याद
आती है। ये वो बरसात है जिसका कोई
मौसम नहीँ होता।
Tapak Raha Hai Ansu Jab Kisi
Yaad Aati Hai, Ye Wo Barasaat
Hain Jisaka Koi Mausam Nahi Hota.
mausam shayari 2 line
मौसम की तरह बदलना तुम्ही ने सिखाया है
तभी तो आज ये चाँद तेरे लिए नहीं तेरी दोस्त
के लिए आया है.
mausam ki tarha badalna tumhi
ne sikhaya ha tabhi to aaj ye
chand tere liye nahi teri dost ke
liye aaya hai..
2 line mausam shayari
पतझड़ में सिर्फ पत्ते गिरते हैं,नज़रों
से गिरने का कोई मौसम नहीं होता.
Patjhad Me Sirf Patte Girte Hai,
Nazaro Se Girne Ka Koi Mausam
Nahi Hota.
suhana mausam shayari
मौसम का मजा तो गरीब लेते है,
अमीरों को गर्मी, सर्दी और
बरसात के मौसम का पता ही
कहाँ चलता है.
mausam ka maja to gareeb
lete ha amiron ko garmi sardi
aur barsat ke mausam ka pata
hi kaha chalta ha..
suhana mausam shayari in hindi
तेरे इंतजार का मजा ही कुछ और है
अरे उसके आगे तो तेरे इस मौसम का
मजा भी कमजोर है.
Tere intzaar ka maja hi kuch
aur ha are uske aage to tere is
mausam ka maja bhi kamjor ha.
khubsurat suhana mausam shayari
मौसमी रंग भी कितना रंगीन होता है
ठहरता है बस कुछ वक्त के लिए
पर फिर भी ये मौसम हसीन होता है.
mausam rang bhi kitna rangin
hota ha thaharta hai bas kuch
waqt ke liye par fir bhi ye
mausam hasin hota ha.
mausam shayari gulzar
हमें क्या पता था, ये मौसम यूँ रो पड़ेगा
हमने तो आसमां को बस अपनी दास्ताँ
सुनाई है।।
humein kya pata tha ye mausam
yun ro padega humne to asman
ko bas apni dastan sunai hai.
mausam shayari 2 line hindi
तेरे इंतजार का मजा ही कुछ और है
अरे उसके आगे तो तेरे इस मौसम
का मजा भी कमजोर है.
Tere intzaar ka maja hi kuch
aur hai are uske aage to tere
is mausam ka mja bhi kamjor ha.
mausam shayari in english
सर्द मौसम में छनी हुयी धुप सी लगते हो,
कोई बादल हरे मौसम का फ़िर ऐलान करता है.
Sard Mausam Me Chani Huyi
Dhoop Si Lagte Ho,Koi Badal Hare
Mausam Ka Fir Ailaan Karta Hai.
mausam shayari gulzar hindi
मोहब्बत करने का कोई मौसम नही
होता है, इस जमाने में कोई बेवफा
हो जाएँ तो गम नही होता है.
Mohabbat karne ka koi
mausam nahi hota ha is
jamane me koi bewafa ho
jaye to gam nahi hota ha.
barish mausam shayari in hindi
मौसम की मिसाल दूँ या नाम लूँ तुम्हारा,
कोई पूछ बैठा है बदलना किसको कहते हैं.
Mausam Ki Misaal Du Ya Naam
Lu Tumhara,Koi Puch Baitha Hai
Badalna Kisko Kahte Hai.
shayari on garmi ka mausam in hindi
प्यार करने का मौसम नहीं आता हैं,
पर जब तुम सामने आते हो, तो हर
मौसम मजेदार बन जाता हैं।
Pyar karne ka mausam nahi aata
ha par jab tum samne aate ho to
har mausam majedar ban jata hai.
Weather Shayari in Hindi
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे,
मैं इक शाम चुरा लूँ अगर बुरा ना लगे,
डूबना है तो इतने सुकून से डुबो कि
आस-पास के लहरों को पता ना लगे.
Tumhare shahar ka mausam
bada suhana lage me ik sham
chura lun agar bura na lage
dubna hai to itne sukun se dubo
ki ass pass ke laharon ko pata n
lage.
barish ke mausam par shayari
बहोत ही हसीं मौसम था, वो थी और
थी चाय मोहब्बत लाज़मी थी, बचने
का न था कोई भी उपाय।
bahot hi hansi mausam tha
wo thi aur thi chai mohabbat
lajmi thi bachne ka na tha koi
bhi upay..
मौसम पर शायरी
माना बरसता भीगता मौसम है कमज़ोरी
मेरी लेकिन,मैं ये सावन, घटा,और बादल
तुम्हारे नाम करता हूँ.
Mana barsat bhigta mausam
hai kamjori meri lekin me ye
sawan ghata aur badal tumhare
naam karta hun.
मौसम की शायरी
उस को भला कोई कैसे गुलाब दे
जिसके आने से बारिश का मौसम
और गुलाबी हो जाता है।
Us Ko Bhal Koi Kaise Gulaab De,
Jisake Aane Se Barish Ka Mausam
Aur Gulabi Ho Jata Hai.
मौसम पर हिंदी शायरी
मौसम सर्द ही सही दिल का आहों से मगर,
तेरे ख्यालों से आज भी पिघल जाते हैं हम।
mausam sard hi sahi dil ka
Aahon se magar tere khayalon
se aaj bhi pighal jate ha hum.
मौसम पर शायरी रेख़्ता
कहानी बस इतनी सी थी तेरी मेरी
मोहब्बत की,मौसम की तरह तुम
बदल गए और फसल की तरह हम
बरबाद हो गए.
Kahani bas itni si thi teri
meri mohabbat ki mausam
ki tarha tum badal gaye aur
fasal ki tarha hum barbad
ho gaye..
सुहाने मौसम पर शायरी
अरे इतना भी मत सताओ मौसम सुहाना है
थोड़े नखरे कम करो दूर क्यूँ हो ,थोड़ा पास
आजाओ।
Are itna bhi mat satao mausam
suhana ha thode nakhare kam
karo dur kyun ho, thoda pass
ajaoo.
बदलते मौसम पर शायरी
शहर में बिखरी हुई हैं, ज़ख्म-ए-दिल
की खुशबुएँ,ऐसा लगता है के दीवानों
का मौसम आ गया।।
shahar me nikhari hui ha
jakhm-e-dil ki khushbuye
easa lagta ha ke diwano
ka mausam aa gaya.
मौसम शायरी
खयालों में वो हमारे साथ है ऐसा कहने में
कोई हर्ज नहीं मौसम तो आज भी सुहाना है
तन्हाई से बड़ा कोई मर्ज नहीं.
khayalon me vo hamare sath ha
aisa kahane me koi harz nahin
mausam to aaj bhi suhana hai
tanhai se bada koi marz nahin.
मौसम पर कविता हिंदी में
धूप भी खुल के कुछ नहीं कहती,
रात ढलती नहीं थम जाती है
सर्द मौसम की एक दिक्कत है
याद तक जम के बैठ जाती है।।
Dhup bhi khul ke kuch nahi
kahani raat dalti nahi tham
jati ha sard mausam ki ek
dikkat ha yaad tak jam ke
betha jati ha.
मौसम शायरी २ लाइन
दीदार हुआ है तुम्हारा तो दिल यादों में
तेरी जागने लगा जब से मिला हूं मैं तुझ
से ये मौसम सुहाना लगने लगा.
deedar hua hai tumhara to dil
yaadon mein teri jaagne laga
jab se mila hun main tujhse ye
mausam suhana lagne laga.
2 लाइन मौसम शायरी
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे
मैं शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे।।
Tumhare shahar ka mausam
bada suhana lage, me sham
chura lun agar bura na lage.
बदलता मौसम शायरी
यूँ ही शाख से पत्ते गिरा नहीं करते
बिछड़ के लोग भी ज्यादा जिया नहीं करते
जो आने वाले हैं मौसम उनका एतराम करो
जो दिन गुजर गए उनको गिना नहीं करते।
Yun hi shakha se patte gira
nahi karte bichad ke log bhi jyada
jiya nahi karte jo aane wale ha
mausam unka etvar karo jo din
guzar gaye unko gina nahi karte.
सुहाना मौसम शायरी
ये मौसम कितना प्यार है,
खूबसूरत कितना यह नजारा है,
इश्क़ करने का गुनाह हमारा है,
मेरे सीने में धड़कता दिल तुम्हारा है.
Ye mausam kitna pyara ha
khubsurat kitna yaha nazara
ha, ishq karne ka gunah humara
hai,mere seene me dhadkta dil
tumhara hai.
रोमांटिक मौसम शायरी
मौसम का मजा तो गरीब लेते है,
अमीरों को गर्मी, सर्दी और
बरसात के मौसम का पता ही
कहाँ चलता है.
mausam ka maja to gareeb
lete ha amiron ko garmi sardi
aur barsat ke mausam ka pata
hi kaha chalta ha.