गणतंत्र दिवस 2023 पर कविता, 26 जनवरी पर कविता, गणतंत्र दिवस पर कवितायेँ, ( Poem on Republic day in Hindi, gantantra diwas kavita, 26 January Poem, Republic Day Poem)
नमस्कार दोस्तों गणतंत्र दिवस का दिन हमारे भारत देश के लिए एक महान दिन में से एक माना गया है इस दिन भारत का संविधान लागु किया गया था और जैसा की आपको पता ही है इस दिन पुरे भारत में देश भक्ति का माहौल बना होता है हर जगह देश भक्ति और शान से लहराते तिरंगे को देख सभी के दिल में एक खुसी की लेहेर उठती है।
सभी सरकारी कार्यालय, निजी, और स्कूल, कॉलेज सभी जगह पर आज के दिन कार्यक्रम किये जाते हैं इसमें बच्चे से लेके जवान तक हिस्सा लेते हैं और गणतंत्र दिवस के मोके पर गणतंत्र दिवस पर शायरी, गणतंत्र दिवस पर कवितायेँ, और गणतंत्र दिवस पर निबंध, की प्रस्तुति करते हैं।
जिससे वहां पर आये सभी लोग उसको बड़े ही आनंद के साथ सुनते हैं और अपने देश पर गर्व महसूस करते हैं इस देश को सभी दुश्मनो से बचाये रखने वाले वीर जवानो का बलिदान और उनकी वीरता के किस्से सुनाये जाते हैं और शहीद हुए हमारे भारत देश के शहीद वीर जवानो को नमन करते हैं और याद करते हैं उनके दिए गए बलिदानो को जो आज भी हर देश भक्त के अंदर जिन्दा हैं।
तो आयी शुरू करते हैं आज के इस लेख को जिसमे आपको पढ़ने और अपने स्कूल, कॉलेज में देने के लिए कुछ कवितायेँ शेयर की हैं जिसको आप प्रस्तुत कर सकते हैं आये हुए सभी अतिथिगण के सामने तो चलिए शेयर करते हैं हम आपके सामने यह सभी 26 जनवरी पर कविता।
गणतंत्र दिवस पर कविता
देखो 26 जनवरी आयी
देखो 26 जनवरी है आयी,
गणतंत्र की सौगात है लायी।
अधिकार दिये हैं इसने अनमोल,
जीवन में बढ़ सके बिन अवरोध।
हर साल 26 जनवरी को लाल किले
पर, होता है, वार्षिक आयोजन।
जब प्रधानमंत्री का भाषन,
नयी उम्मीद और नये पैगाम से,
करते है देश का अभिभादन।
अमर जवान ज्योति,इंडिया गेट पर
अर्पित करते श्रद्धा सुमन,2 मिनट के मौन
धारण से होता शहीदों को शत-शत नमन।
सौगातो की सौगात है,
गणतंत्र हमारा महान है।
आकार में विशाल है,
हर सवाल का जवाब है।
संविधान इसका संचालक है,
हम सब का वो पालक है।
लोकतंत्र जिसकी पहचान है,
हम सबकी ये शान है। गणतंत्र
हमारा महान है, गणतंत्र हमारा
महान है।
गणतंत्र दिवस 2023 पर कविता
26 जनवरी को आता हमारा गणतंत्र दिवस,
जिसे मिलकर मनाते हैं हम सब हर वर्ष।
इस विशेष दिन भारत बना था प्रजातंत्र,
इसके पहले तक लोग ना थे पूर्ण रूप से स्वतंत्र।
इसके लिए किये लोगो ने अनगिनत संघर्ष,
गणतंत्र प्राप्ति से लोगों को मिला नया उत्कर्ष।
गणतंत्र द्वारा मिला लोगों को मतदान का अधिकार,
जिससे बनी देशभर में जनता की सरकार।
इसलिए दोस्तों तुम गणतंत्र का महत्व समझो,
चंद पैसो की खातिर अपना मतदान ना बेचो।
क्योंकि यदि ना रहेगा हमारा यह गणतंत्र,
तो हमारा भारत देश फिर से हो जायेगा परतंत्र।
तो आओ हम सब मिलकर ले प्रतिज्ञा,मानेंगे
संविधान की हर बात ना करेंगे इसकी अवज्ञा।
छब्बीस जनवरी पर कविता
देखो फिर से गणतंत्र दिवस आ गया,
जो आते ही हमारे दिलों-दिमाग पर छा गया।
यह है हमारे देश का राष्ट्रीय त्योहार,
इसलिए तो सब करते हैं इससे प्यार।
इस अवसर का हमें रहता विशेष इंतजार,
क्योंकि इस दिन मिला हमें गणतंत्र का उपहार।
आओ लोगो तक गणतंत्र दिवस का संदेश
पहुचाएं,लोगो को गणतंत्र का महत्व समझाये।
गणतंत्र द्वारा भारत में हुआ नया सवेरा,
इसके पहले तक था देश में तानाशाही का अंधेरा।
क्योंकि बिना गणतंत्र देश में आ जाती है तानाशाही,
नही मिलता कोई अधिकार वादे होते हैं हवा-हवाई।
तो आओ अब इसका और ना करें इंतजार,
साथ मिलकर मनाये गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय त्योहार।
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Republic Day Poem
आओ तिरंगा लहराये,
आओ तिरंगा फहराये;
अपना गणतंत्र दिवस है आया,
झूमे, नाचे, खुशी मनाये।
अपना 70वाँ गणतंत्र दिवस
खुशी से मनायेगे;
देश पर कुर्बान हुये शहीदों
पर श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे।
26 जनवरी 1950 को अपना
गणतंत्र लागू हुआ था,
भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ.
राजेन्द्र प्रसाद ने झंड़ा फहराया था,
मुख्य अतिथि के रुप में
सुकारनो को बुलाया था,
थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति,
भारत के भी थे हितैषी,
था वो ऐतिहासिक पल हमारा,
जिससे गौरवान्वित था भारत सारा।
Poem on Republic Day
आज नई सज-धज से
गणतंत्र दिवस फिर आया है।
नव परिधान बसंती रंग का
माता ने पहनाया है।
भीड़ बढ़ी स्वागत करने को
बादल झड़ी लगाते हैं।
रंग-बिरंगे फूलों में
ऋतुराज खड़े मुस्काते हैं।
धरती मां ने धानी साड़ी
पहन श्रृंगार सजाया है।
गणतंत्र दिवस फिर आया है।
भारत की इस अखंडता को
तिलभर आंच न आने पाए।
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
मिलजुल इसकी शान बढ़ाएं।
युवा वर्ग सक्षम हाथों से
आगे इसको सदा बढ़ाएं।
इसकी रक्षा में वीरों ने
अपना रक्त बहाया है।
गणतंत्र दिवस फिर आया है।
26 January Poem 2023
भारत देश हमारा है यह
हमको जान से प्यारा है
दुनिया में सबसे न्यारा यह
सबकी आंखों का तारा है
मोती हैं इसके कण- कण में
बूँद- बूँद में सागर है
प्रहरी बना हिमालय बैठा
धरा सोने की गागर है
भूमि ये अमर जवानों की है
वीरों के बलिदानों की
रत्नों के भंडार भरे हैं
गाथा स्वर्णिम खानों की
सत्य, अहिंसा, शांति बाँटता
इसकी शान तिरंग़ा है
गोद खेलती नटखट नदियाँ
पावन यमुना- गंगा है
चंदन की माटी से महके
मातृभूमि को वंदन है
कोटि-कोटि भारतवालों का
सुंदर सा यह नंदन है
दुनिया में सबसे न्यारा यह
सबकी आँखों का तारा है
हमको जान से प्यारा यह
भारत देश हमारा है.-
जय हिन्द ,जय भारत.
Poem on Republic day in Hindi 2023
लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया,
सबके दिलों में तिरंगा लहराया।
किसी की प्रोफाइल,तो किसी के
फेसबुक में फिर से है तिरंगा छाया।
लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया।।
आज एक साल बाद फिर से सबको देश
का है ख्याल आया। छोटे छोटे मुद्दों पर
सयासी रोटी सेकने वालों को,आज सियाचिन
का शेर नज़र आया, लो आज छब्बीस
जनवरी का दिन आया।। साल भर बेआबरू
करते रहे जिस माँ को, उस भारत माँ का
जय कार पूकारने वाला नज़र आया,
कभी गौ हत्या, कभी जल्लीकट्टू, तो कभी
पद्मावती के नाम पर अपने ही लोगों को मारने
वाला हर वो शख्स, आज तिरंगे को सलाम करता
नज़र आया। लो आज छब्बीस जनवरी का दिन आया।।
जय हिन्द, जय भारत.
gantantra diwas kavita
यह मेरा आजाद तिरंगा,
लहर लहर लहराए रे
भारत माँ मुस्काए तिरंगा,
लहर लहर लहराए रे
इस झंडे का बापू जी ने,
कैसा मान बढ़ाया है
लाल किले पर नेहरू जी,
ने यह झंडा फहराया
माह जनवरी छब्बीस को
हम,सब गणतंत्र मनाते
और तिरंगे को फहरा कर
गीत ख़ुशी के गाते.
गणतंत्र दिवस पर छोटी सी कविता
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमां पर,
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान,
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर।
Lahrayega tiranga ab sare asma
par bharat ka naam hoga sab ki
jiban par le lenge uski jaan ya de
denge apni jaan koi jo uthayega
ankh humare hindustan par.
गणतंत्र दिवस पर हास्य कविता
आज़ादी की कभी शाम ना होने देगे,
शहीदो की कुर्बानी बदनाम ना होने देगे,
बची है जो 1 बूँद भी लहू की तो, भारत
मा का आँचल नीलम ना होने देगे.
हॅपी रिपब्लिक डे.
Ajadi ki kabhi sham na hone
denge shahidon ki kurbani
badnam na hone denge bachi
ha jo 1 bund bhi lahun ki to
bharat maa ka anchal nilam na
hone denge,Happy Republic day.
26 जनवरी पर कविता
Aao tiranga lehraayen aao tiranga
fahraen apna ganatantra Divas hai
aaya jhume nache Khushi manae
apna 27 ganatantra Divas Khushi
Se manae Desh per kurban hue
shahidon per shradha Suman
Charan aaenge 26 January 1950
ko apna ganatantra lagu hua tha
Bharat ke pahle Rashtrapati doctor
Rajendra Prasad ne jhanda fahraya
tha mukhya atithi ke rup mein
shukranu ka Bulaya tha the Jo
Indonesian Rashtrapati Bharat ke
bhi the hiteshi tha wo aitihasik pal
hamara jisse Gauravanvit tha
Bharat sara.
देशभक्ति कविता
26 January Ko aata hamara ganatantra
Divas jise milkar manate Hain ham Sab
har varsh is Vishesh din Bharat banaa
tha prajatantra iske pahle Tak log naate
purn roop se Swatantra iske liye kiye
logon ne angana Sangharsh ganatantra
prapti se logon Ko Mila naya utkrush
ganatantra dwara Mila logon Ko matdan
Ka Adhikar jisse Bani deshbhar mein
Janata ki sarkar isliye doston Tum
ganatantra kam mahatva samjho
Chandra paison ki khatir apna matdan
Nacho kyunki yadi na rahega hamara
yah ganatantra to hamara Bharat
Desh fir se ho jaega ham Sab milkar
le pratigya manaenge sanvidhan ki
aur baat Na karenge iski avyagya.
गणतंत्र दिवस पर कवितायेँ
Dekho 26 January Aai dekho 26 January
hai ganatantra ki saugat lai Adhikar
diye Hain isane Anmol jivan mein bade
sake bin avrodh har sal 26 January ko
Lal kile per hota hai varshik aayojan
jab pradhanmantri ka bhashan nai
ummid aur naye paigam Se karte
Hain Desh Ka abhivadan Amar Jawan
Jyoti India gate per Arpit karte shradha
Suman do minut ke maun dharan se
hota shahidon ko sat sat Naman
saugaton ki saugat hai ganatantra
hamara mahan hai Aakar mein Vishal
hai har sawal ka jawab hai sanvidhan
iska sanchalak hai ham sabka vah palak
ke loktantra jiski pahchan hai ham
sabki yah Shan hai ganatantra hamara
mahan hai ganatantra hamara mahan hai.
republic day kavita
Aaj nai sajda jise ganatantra Divas per
aaya hai na paridhan Basanti rang ka
mata ne pahnaya hai bheed badi
swagat karte karne ko badal Jadi lagte
Hain rang birange phoolon mein tu
tu Raj Khade muskurate Hain Dharti
Mane Dani Sadi pahan shringar sajaya
hai ganatantra Divas FIR aaya hai
Bharat ki is akhandata ko Dilbar aanch
na aane paye Hindu Muslim Sikh isai
miljul iski Shan badhaen Yuva varg
saksham hathon se aage isko sada
badhaen iski raksha mein veeron ne
apne rakt bahay hai ganatantra
Divas Fir aaya hai.
poem for republic day 2023
Bharat Desh hamara hai yah humko
Jaan Se pyara hai duniya mein sabse
nyara hai sabki aankhon ka Tara hai
Moti hai iske kad kad mein bund
bund mein Sagar hai prahari banaa
Himalaya baitha Dhara sone ki
gagar hai Bhumi yah Amar javanon
ki hai veeron ke balidanon ki raaton
ke Bhandar bhare gata sarni khanon
ki Satya Ansar Shanti Banta iski
Shan tiranga hai God khelti natkhat
nadiyan Pawan Yamuna Ganga hai
Chandan ki Mati se mahke Bhoomi
matrabhoomi ko Bandhan hai koti
koti Bharat walon Ka Sundar yah
Nandan hai duniya mein sabse
nyara yah sab ki aankhon Ka Tara
hai humko Jaan Se pyara hai
Bharat Desh hamara hai.
Jay Hind Jay Bharat.
दोस्तों हम आशा करते हैं आपको यह Gantantra diwas par kavita पसंद आई होगी अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो आप यह लेख अपने दोस्तों और परिजनों के साथ शेयर करके उनको शुभकामनाये दे सकते हैं और अपने स्कूल, कॉलेज में इस की मदत से एक बेहतरीन कविता दे सकते हैं आप यह कविता अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं।
धन्यवाद।